क्या दाग-धब्बे आपके चेहरे की रंगत को कम कर रहे हैं? क्या आपको इन्हे मेकअप के पीछे छिपाना पड़ रहा है? पिगमेंटेशन एक ऐसी स्थिति है, जो चेहरे की रंगत को फीका कर सकती है|
ऐसे में कुछ लोग महंगी-महंगी क्रीम और ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं | बावजूद इसके, धूप में जाते ही यह फिर बढ़ जाता है| आप यह मान लेते हैं कि समय के साथ यह झाइयां भी हलकी पड़ जाएंगी | हमारी माने तो दवाइयों और ट्रीटमेंट की बजाय घरेलू नुस्खों को आज़माकर देखें | निश्चित ही आपको फायदा होगा | यूं ही तो हमारी दादी-नानी इन नुस्खों पर नाज़ नहीं करती थीं ! कुछ खास बात होगी ना इनमें!
Highlights:
- पिगमेंटेशन क्या है? - (What Is Pigmentation In Hindi?)
- पिगमेंटेशन के प्रकार- (Pigmentation Types In Hindi)
- पिगमेंटेशन के कारण- (Pigmentation Causes In Hindi)
- झाइयों और काले दाग-धब्बे को दूर करने का इलाज- (Pigmentation And Dark Spots Treatment In Hindi)
- चेहरे की झाइयों के इलाज के लिए घरेलू उपाय- (Home Remedies For Skin Pigmentation In Hindi)
- पिगमेंटेशन के दौरान आपका खान-पान- ( Diet For Pigmentation Problem In Hindi)
- पिगमेंटेशन के दौरान परहेज- (What To Avoid For Preventing Pigmentation In Hindi?)
- अक्सर पूछे गए सवाल- FAQS
पिगमेंटेशन क्या है? - (What Is Pigmentation In Hindi?)
पिगमेंटेशन का तात्पर्य आपके चेहरे की रंगत से है | इसे त्वचा रंजकता विकार या फिर झाइयां भी कहते हैं | हमारी त्वचा मेलानिन नामक पिगमेंट से अपना रंग प्राप्त करती है | ज्यादा मेलानिन के उत्पादन से चेहरे का रंग गहरा होता है, वहीं मेलानिन के कम होने के कारण रंग गेंहुआ या गोरा होता है |
जब त्वचा की कोशिकाएं किन्हीं कारणवश क्षतिग्रस्त या अस्वस्थ हो जाती हैं, तो यह मेलानिन के उत्पादन को प्रभावित करती हैं | कुछ रंजकता विकार [1] हमारी त्वचा के एक छोटे से हिस्से को नुकसान पहुंचाती हैं, लेकिन अन्य हमारे पूरे शरीर पर असर डालती हैं |
पिगमेंटेशन के प्रकार- (Pigmentation Types In Hindi)
पिगमेंटेशन मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं - ऐल्बिनिज्म (अल्बिनो), [2] मेलास्मा और विटिलिगो l पिगमेंटेशन को लेकर लोगों में कई गलत धारणाएं हैं l कई बार हम डार्क स्पॉट्स और सनटैन को भी पिगमेंटेशन समझ लेते हैं l लेकिन यह पिगमेंटेशन के शारीरिक विकार हैं, जो अक्सर चेहरे की सही देखभाल न हो पाने के कारण हो जाते हैं l इसके अतिरिक्त स्किन डिसऑर्डर के बाद भी पिगमेंटेशन हो सकता है l नीचे इसके बारे में विस्तार से जानिए l
1. ऐल्बिनिज्म (अल्बिनो)
ऐल्बिनिज्म अनुवांशिक होता है l इससे पीड़ित लोगों के बाल सफेद, त्वचा रूखी और आंखें नीली हो जाती हैं l सूर्य या बल्ब आदि की रोशनी में उनकी आँखें लाल दिख सकती हैं l इस विकार के कारण कई बार व्यक्ति को दृष्टि की समस्या भी हो सकती है l ऐल्बिनिज्म का कोई इलाज नहीं है l इस स्थिति में व्यक्ति को अधिक समय तक सूर्य के प्रकाश में रहने से बचना चाहिए l यदि आपको या आपके किसी करीबी को ऐल्बिनिज्म है, तो कृपया ध्यान दें कि धूप में निकलते समय सनग्लास और कैप जरूर पहनें l
2. मेलास्मा
मेलास्मा, पिगमेंटेशन की सबसे सामान्य अवस्था है और महिलाओं में सबसे आम है l यह त्वचा की डर्मिस में होती हैl त्वचा के नीचे जीवित कोशिकाओं की मोटी परत को डर्मिस कहते हैं l इसमें ब्लड वेसेल्स (blood vessels), नर्व इंडिंग्स (Nerve endings), पसीने की ग्रंथियां और बालों के रोम होते हैं l यह त्वचा को निखारकर उसे मजबूती प्रदान करता है l
मेलास्मा में यह चेहरे पर बड़े भूरे रंग के पैच के रूप में दिखाई देता है l गर्भावस्था और प्रसव के बाद चेहरे पर काले दाग-धब्बे पड़ जाते हैं, जिसे आप मेलास्मा कह सकते हैं l कई बार बहुत ज्यादा सन एक्सपोजर, हार्मोन्स के असंतुलन और गर्भ निरोधक गोलियां लेने से भी चेहरे पर मेलास्मा हो जाता है l
3. विटिलिगो
इसे सफेदा भी कहते हैं l अज्ञानतावश पहले, लोग इसे छुआछूत की बीमारी भी मानते थे, लेकिन ऐसा नहीं है l कुछ मामलों में यह पूरी तरह ठीक भी हो जाता है l ज्यादातर मामलों में विटिलिगो अनुवांशिक होता है l इसे ऑटोइम्यून बीमारी माना जाता है l यह त्वचा (मेलानोसायटिस) में वर्णक-उत्पादक कोशिकाओं के नुकसान के कारण होता है l विटिलिगो में त्वचा पर चिकना और सफेद पैच बन जाता है l
4. त्वचा के जलने या चोट लगने से पड़ने वाले निशान
थर्ड डिग्री जलने पर त्वचा में निशान पड़ जाते हैं, जिससे वहां काले और कई बार सफेद दाग पड़ जाते हैं l अकसर समय के साथ यह हलके पड़ जाते हैं l
पिगमेंटेशन के कारण- (Pigmentation Causes In Hindi)
मेलानोसाइट्स त्वचा में प्रोटीन मेलानिन का उत्पादन करते हैं l यही मेलानिन गोरी चमड़ी की तुलना में सांवले लोगों में ज्यादा होता है l उनकी वर्णक कोशिकाएं अधिक मेलानिन का उत्पादन करती हैं, जिससे उनकी त्वचा का रंग गहरा होता हैl यह मेलानाइजेशन की प्रक्रिया उन्हें सूर्य की पराबैगनी किरणों से बचाता हैl
पिगमेंटेशन मेलानिन के उत्पादन को प्रभावित करता है l यह कई कारणों से हो सकता हैl
- सूर्य के संपर्क में अधिक देर तक रहने से पिगमेंटेशन हो सकता है | जब गोरी चमड़ी वाले लोग सूर्य के संपर्क में आते हैं तो उनकी त्वचा बहुत जल्दी झुलस जाती है, जिससे वहां पिगमेंटेशन हो जाता है |
- हार्मोन के असंतुलन की वजह से चेहरे पर झाइयां पड़ जाती हैं | गर्भावस्था में एस्ट्रोजन नामक हार्मोन के अधिक रिसने के [3] कारण चेहरे, स्तनों और पेट के निचले हिस्से पर झाइयां पड़ जाती हैं |
- अनुवांशिकता और ऑटोइम्यून बीमारी के कारण भी पिगमेंटेशन हो सकता है |
- पिगमेंटेशन चोट लगने पर या फिर किसी इन्फेक्शन के कारण भी हो सकता है।
झाइयों और काले दाग-धब्बे को दूर करने का इलाज- (Pigmentation And Dark Spots Treatment In Hindi)
झाइयों और काले दाग-धब्बों को कई तरीकों से दूर किया जा सकता है l यदि झाइयां हल्की हैं तो उन्हें आप स्किन लाइटनिंग और सन ब्लॉकिंग क्रीम से भी कम कर सकते हैं l यदि [4] डीप-पिगमेंटेशन हैं तो आप केमिकल पील, माइक्रो नीडलिंग, लेजर थेरेपी और कैमफ्लाश़ करा सकते हैं l इन ट्रीटमेंट के साथ आपको निम्नलिखित बातों का भी ध्यान रखना पड़ेगा-
- यदि आप बर्थ कंट्रोल या फर्टीलिटी बढ़ाने वाली दवाई ले रहे हैं, तो उसे कुछ दिन के लिए बंद कर दें l
- धूप में निकलते समय सन ग्लास पहनें और चेहरे को कवर करके रखें l
- ज्यादा देर तक मेकअप में रहें l
1.स्किन लाइटनिंग क्रीम
हाइड्रोक्विनोन एक ऐसी क्रीम है, जो कि त्वचा में मौजूद पिगमेंट कोशिकाओं को टूटने से बचाती है और मेलानिन बनाने में मदद करती है l यह ज्यादातर मेलास्मा में इस्तेमाल होती है l इससे कई बार त्वचा में खुजली हो सकती है l इसके इस्तेमाल के समय आपको [5] सनब्लॉक क्रीम जरूर लगानी चाहिये l रेटिनॉएड भी इसी तरह कि एक क्रीम हैl डॉक्टर मेलास्मा और कोलास्मा में इसे लगाने की सलाह देते हैंl इसके अतिरिक्त कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स भी स्किन लाइटनिंग क्रीम बनती हैं, जिसे आप लगा सकते हैंl
2. केमिकल पील्स
इस ट्रीटमेंट में केमिकल को त्वचा पर लगाया जाता है जिससे त्वचा की ऊपरी परत निकल जाती है l केमिकल पील को किसी अनुभवी चर्मरोग विशेषज्ञ की निगरानी में ही कराना चाहिए l नौसिखिए से केमिकल पील करना सुरक्षित नहीं है l कई बार इसमें त्वचा बहुत ज्यादा सफेद हो जाती है l ऐसे में विटिलिगो हो सकता हैl
3. माइक्रो नीडलिंग
इस प्रक्रिया में क्रीम की सहायता से नीडल को त्वचा में भीतर तक घुसाया जाता हैl इससे कोलेजन और इलास्टिन की मात्रा को बढ़ाया जाता है l इस से कभी कभार उस जगह पर, दर्द के साथ सूजन, दाने और इन्फेक्शन हो सकता हैl
4. लेजर थेरेपी
कुछ ख़ास तरह के लेजर थेरेपी में चिकित्सक प्रक्रिया द्वारा मेलानोसाइटिस नामक कोशिकाओं के उत्पादन में बढ़ावा देता हैl इसे आपको किसी प्रतिष्ठित चिकित्सालय से ही कराना चाहिए l
5. स्किन कैमफ्लाश़
यह एक थिक और कलर्ड क्रीम है l यह मेलास्मा को छुपाने का काम करता है और आपकी त्वचा की लाइफ को बढाता है l
चेहरे की झाइयों के इलाज के लिए घरेलू उपाय- (Home Remedies For Skin Pigmentation In Hindi)
पिगमेंटेशन कम करने के लिए कई घरेलू नुस्खे भी अपनाये जा सकते हैं जो पुराने ज़माने में हमारी दादी उपयोग करते थे l इसके साइडइफ़ेक्ट भी नहीं हैं और कम खर्चे में बात बन जाती है l आईये जानते हैं किन-किन तरीकों से आप पिगमेंटेशन कम सकते हैं l
A. गाजर से करें झाइयों का उपचार- Carrot
गाजर खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद भी है l इसमें प्राकृतिक रूप से एंटीसेप्टिक गुण विद्यमान हैं l गाजर में युक्त बीटा-केरोटिन और आयरन त्वचा में चमक लाता है और दाग-धब्बों को दूर करता है l
उपयोग करने का तरीका :
- गाजर को पीसकर या कद्दूकस करके उसका रस निकाल लें l
- अब इसमें छोटा चम्मच कच्चा दूध मिला लें l
- इस रस को रूई की सहायता से झाइयों पर लगा लें l
- इसे आप रोजाना भी कर सकते हैं l
B. आलू से झाइयों का इलाज-Potato
आलू में एंटी-पिगमेंटेशन गुण होते हैं l यह एक प्राकृतिक ब्लीच है l इसे नियमित रूप से लगाने से पिगमेंटेशन कम हो जाता है l
उपयोग करने का तरीका :
- आलू को दो टुकड़ों में काटिए और पिगमेंटेशन वाली जगह पर घिसें l
- चाहें तो आलू को घिसकर उसका रस भी चेहरे पर लगा सकते हैं l दोनों ही तरह से यह आपकी त्वचा में निखार लाएगा l
- यदि आपकी त्वचा रूखी है, तो आप इसमें दो बूंद शहद के डाल सकते हैंl
C. पिगमेंटेशन (झाइयां) की समस्या में तुलसी का प्रयोग-Tulsi
तुलसी बहुत गुणकारी है l इसमें मौजूद कूलिंग प्रॉपर्टीज त्वचा को ठंडक देती हैं l तुलसी हमारी आत्मा और शरीर का ही शुद्धिकरण नहीं करती, बल्कि त्वचा को भी शुद्ध करती है l चेहरे कि धूल-मिटटी को दूर करती है l साथ ही साथ यह बुढ़ापे को भी रोकने में मददगार है l
उपयोग करने का तरीका :
- एक छोटे चम्मच में तुलसी का रस निकाल लीजिए l
- अब इसमें दो बूंद नींबू डाल लें और कॉटन की सहायता से चेहरे पर लगा लें l
- आप चाहें तो तुलसी पाउडर में नींबू और शहद मिलlकर इसका फेसपैक भी बना कर लगा सकते हैं l
D. एलोवेरा के उपयोग से पाएं झाइयों से छुटकारा-Aloe Vera
एलोवेरा त्वचा संबंधित अधिकतर बीमारियों में कारगर साबित होता है l अलोइन तत्व के कारण एलोवेरा को प्राकृतिक एंटी-पिगमेंटेशन माना जाता हैl यह त्वचा को ठंडक पहुंचाने के अलावा दाग-धब्बों को भी दूर करता हैl
उपयोग करने का तरीका :
- यदि आपके यहाँ एलोवेरा का पौधा है तो आप उसकी एक टहनी को काट लें और थोड़ी देर के लिए खुला छोड़ दें l
- अब इसे साफ़ करके बीच में से काट लें और गूदा निकाल लें l
- इस गूदे को शहद के साथ चेहरे पर लगाएं l
- चाहें तो रात को सोते समय एलोवेरा क्रीम में विटामिन-E के कैप्सूल मिलकर लगा लें l
E. हल्दी से करें झाइयों का इलाज-Turmeric
हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं l यह त्वचा कि रंगत बढ़ाता है और उसे इन्फेक्शन से बचाता हैl उबटन आदि में इसका प्रयोग होता है l शायद इसलिए भारतीय संस्कृति में शादी के दिन दूल्हा-दुल्हन को हल्दी का उबटन लगाया जाता है l
उपयोग करने का तरीका :
- हल्दी-दूध न केवल पीने में, बल्कि फेसमास्क की तरह लगाने पर भी फायदा देता है l
- दो चुटकी हल्दी और एक छोटा चम्मच कच्चा दूध मिलाकर रोजाना चेहरे पर लगाएं l फिर देखिए आपका चेहरा कैसे चमकता हैl
पिगमेंटेशन के दौरान आपका खान-पान- ( Diet For Pigmentation Problem In Hindi)
1. पिगमेंटेशन से छुटकारा पाने के लिए, अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें l
2. चेहरे पर झाइयां आयरन और विटामिन-A की कमी से होती हैं l ऐसे आहार का सेवन करें जो कि आयरन और विटामिन A से भरपूर हो l
3. साथ ही साथ खट्टे फल, जैसे संतरा, मौसंबी, संतरा, कीवी और नींबू का सेवन करना चाहिए l विटामिन-C त्वचा को खूबसूरत और दाग-रहित बनाने में सहायक है l
4. फलों का रस पिएं l
5. सब्जियों में हरी पत्तेदार सब्जी और गाजर जरूर खाएंl
6. खूब सारा पानी पिएं l
7. छिलके वाली दाल ही खाएं, क्योंकि इसमें फाइबर होता है, जिससे आपको कब्ज की शिकायत नहीं रहती है l
पिगमेंटेशन के दौरान परहेज- (What To Avoid For Preventing Pigmentation In Hindi?)
- पिगमेंटेशन के दौरान बासी भोजन न खाएं l
- गरिष्ठ भोजन, जंक फूड और प्रिजरवेटिव आहार से परहेज करें l
- कोल्डड्रिंक बिलकुल न पिएं l अधिक मात्रा में चाय-कॉफ़ी का सेवन न करें l
- चेहरे को हमेशा ढककर रखें, ताकि त्वचा को सूर्य की किरणों से झुलसने से बचा सकें l
- धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाकर निकलें l
- रात को मेकअप उतारकर सोएं l
- नियमित व्यायाम करें l
- शक्कर, अधिक नमक, ग्लूटेन और खमीर की अधिकता वाला खाना खाने से बचें l
- शराब और धूम्रपान आदि न पिएं l
अक्सर पूछे गए सवाल- FAQS
1. त्वचा रंजकता के लिए क्या खाना अच्छा है?-What food is good for skin pigmentation?
त्वचा रंजकता के लिए संतुलित आहार बहुत जरूरी है l दाल-सब्जी के अलावा खट्टे फल जैसे मौसंबी,संतरा और कीवी खाएं l गाजर का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें l
2.क्या रंजकता स्थाई रूप से ठीक हो सकती है?-Can pigmentation be cured permanently?
अच्छे खान-पान और नियमित व्यायाम से आप इन झाइयों से छुटकारा पा सकते हैंl साथ ही साथ, चेहरे की देखभाल भी बहुत जरूरी है l हमेशा अपनी त्वचा के अनुकूल प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करें l
3. क्या लेजर रंजकता को दूर कर सकता है?-Does laser treatment remove pigmentation?
कुछ मामलों में लेजर से पिगमेंटेशन ठीक हो जाते हैं l यदि दिक्कत अनुवांशिक हों तो लेजर से भी पिगमेंटेशन ठीक नहीं होते हैं l इन्हें आप बेहतर खान-पान और घरेलू नुस्खों से हल्के जरूर कर सकते हैं, लेकिन ठीक यह दवाइयों से ही होते हैं l
निष्कर्ष
उपरोक्त दिए गए घरेलू नुस्खों और बातों का ध्यान करके आप पिगमेंटेशन को ठीक कर सकते हैं, क्योंकि अक्सर पिगमेंटेशन बिना दवाइयों के ही ठीक हो जाता है l अपने खान-पान का ध्यान रखिए और त्वचा के अनुकूल प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल कीजिये, यकीनन चेहरा दाग-रहित हो जाएगा l विश्वास रखिए इस तरह न तो आपको किसी साइडइफ़ेक्ट को झेलना होगा और न ही आपका ज्यादा खर्चा होगा l दादी-नानी के बताए इन नुस्खों से आपकी त्वचा साफ़ और खूबसूरत हो जाएगी l
1. https://medlineplus.gov/skinpigmentationdisorders.html
2. https://www.hopkinsmedicine.org/health/conditions-and-diseases/skin-pigment-disorders
3. https://dermnetnz.org/topics/pigmentation-disorders
4. https://www.mayoclinic.org/tests-procedures/chemical-peel/about/pac-20393473
5. https://www.health.harvard.edu/womens-health/unmasking-the-causes-and-treatments-of-melasmaRecommended Products
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