क्या आप अपनी शरीर पर दिखने वाले जिद्दी मस्सा से परेशान हैं? ये आसानी से जाने का नाम नहीं लेते हैं। ये जाने में अपना समय लेते हैं और इसमें कुछ महीनों से लेकर कुछ साल तक भी लग सकता है। हालांकि, चेहरे पर दिखने वाले ये मस्सा खतरनाक नहीं होते हैं, लेकिन ये डिसकम्फर्ट और दर्द का कारण जरूर बन सकते हैं।
फेशियल मस्सा के इलाज से इनके ठीक होने की प्रक्रिया जरूर तेज हो सकती है। इस समय इनके ट्रीटमेंट के कई ऑप्शन उपलब्ध हैं। आज इस आर्टिकल में हम मस्सा के हर पहलू के बारे में जानेंगे, ये क्या होते हैं, इनके क्या कारण हैं और इनसे कैसे छुटकारा पाया जाए।
Highlights:
- मस्सा क्या है? – What Are Warts In Hindi?
- मस्सा के प्रकार – Types Of Warts In Hindi
- मस्सा के लक्षण – Warts Symptoms In Hindi
- मस्सा के कारण – Causes Of Warts In Hindi
- मस्सा का इलाज - Warts Treatment In Hindi
- मस्सा के लिए कुछ घरेलू उपाय – Home Remedies For Warts In Hindi
- मस्सा हटाने के बाद सावधानियां – Things To Do After Wart Removal
- मस्सा से बचाव – Prevention Tips For Warts In Hindi
- अक्सर पूछे जाने वाले सवाल - FAQs
मस्सा क्या है? – What Are Warts In Hindi?
मस्सा स्किन का एक छोटा सा हिस्सा होते हैं, जो आपकी बॉडी पर कहीं भी उभर सकते हैं। जब यह छोटा और बिना खतरे वाला स्किन के एक हिस्सा आपके चेहरे पर उग जाता है, तो इसे फेशियल वॉर्ट कहा जाता है। मस्सा अमूमन चेहरे पर ही ज्यादा उभरता है। ये 1 से 2 मिमी तक साइज में हो सकते हैं। ये सॉलिड ब्लिस्टर की तरह दिखते हैं और छूने में रफ हो सकते हैं।
मस्सा गुलाबी, पीला, भूरा या स्किन कलर के हो सकते हैं। अमूमन, ये समूह में नहीं होते हैं। ये आपके होंठ, पलकों और कई बार आपके गालों पर भी हो सकते हैं। कुछ लोगों को मस्सा पर खुजली और इरिटेशन का अनुभव भी हो सकता है। कई बार आपको अपने मस्सा पर काले रंग के डॉटस भी दिख सकते हैं। ये ब्लड वेसल्स होते हैं, जिनसे अंततः खून निकलता है। मस्सा अपने आप चले जाते हैं लेकिन इन्हें जाने में 1 से 5 साल तक का समय लग जाता है।
एक्स्पर्ट्स की सलाह है कि आप चेहरे पर के मस्सा का ट्रीटमेंट करा लें। यह तब और ज्यादा जरूरी हो जाता है, जब मस्सा का साइज बड़ा हो और यह आईलिड जैसे सेंसिटिव हिस्से पर हो जाए। चेहरे पर होने वाले मस्सा आपकी बॉडी के अन्य हिस्सों पर भी फैल सकते हैं।
मस्सा के प्रकार – Types Of Warts In Hindi
मस्सा निम्न प्रकार के होते हैं –
1. फ्लैट मस्सा
ये अमूमन आपके गालों और ललाट पर होते हैं। ये साइज में छोटे होते हैं और खसखस से बीज की तरह दिखते हैं। ये समूह में हो सकते हैं और इनका रंग गुलाबी, भूरा या पीला होता है। इन्हें जुवेनाइल मस्सा भी कहा जाता है, क्योंकि ये बड़ों की अपेक्षा बच्चों को ज्यादा होते हैं। इनसे इरिटेशन ज्यादा नहीं होता है।
2. फिलीफॉर्म मस्सा
ये मस्सा नुकीले फफोले की तरह दिखते हैं। ये आपकी आंखों, नाक और होंठ पर हो सकते हैं। इनका रंग स्किन कलर, पिंक या गहरे रंग में भी हो सकता है। यदि यह मस्सा आपकी आंखों के क्रीज पर या कहीं अन्य स्किन की परत पर हो गया, तो आपको डिसकम्फर्ट और दर्द हो सकता है।
3. वेरूका मस्सा
इस मस्सा की परत रफ, ड्राई और उभरी हुई सी होती है।
4. प्लांटर मस्सा
यह मस्सा स्किन के अंदर होता है और काफी हार्ड होता है। इस पर काले रंग का एक डॉट होता है।
5. मोज़ैइक मस्सा
जब पैर के तलवे में मस्सा का एक बड़ा समूह हो जाता है, तो उसे मोज़ैइक मस्सा कहा जाता है। मोज़ैइक मस्सा अमूमन स्किन के कलर का ही होता है।
मस्सा के लक्षण – Warts Symptoms In Hindi
- मस्सा आपकी बॉडी पर कहीं भी हो सकता है। इनका रंग स्किन टोन, गुलाबी, पीला, भूरा या काला भी हो सकता है।
- अमूमन मस्सा की परत ड्राई होती है और ये छूने में रफ लग सकते हैं।
- हाथ और पैर की उंगलियों के पीछे उभरा सा स्किन का टुकड़ा मस्सा ही है।
मस्सा के कारण – Causes Of Warts In Hindi
मस्सा अन्य स्किन ग्रोथ से अलग होते हैं क्योंकि ये बहुत जल्दी बढ़ जाते हैं। चेहरे पर मस्सा अमूमन तब होते हैं, जब आप ह्यूमन पपीलोमावायरस (एचपीवी) [1] से इंफेक्ट हो जाते हैं। एचपीवी के 150 स्ट्रेन हैं और इनमें से 10 फेशियल मस्सा का कारण बनते हैं। आप एचपीवी के समपर्क में हाथ मिलाते हुए या किसी सरफेस को छूते हुए भी आ सकते हैं। लेकिन सबको मस्सा नहीं हो जाते हैं। बच्चे और असामान्य इम्यून सिस्टम वाले लोगों को स्किन की यह कन्डिशन होने का खतरा बना रहता है। जो लोग मीट और फिश का बिजनेस करते हैं, उन्हें मस्सा बहुत हो सकते हैं।
स्किन एक्स्पर्ट्स के अनुसार, मस्सा के वायरस आपकी स्किन की सबसे ऊपरी सतह पर रहते हैं। यह डायरेक्ट टच से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैल जाते हैं। खासकर तब जब आपको चोट लगी हो या कट गया हो। आपको यह बाथरूम या चेन्जिंग रूम जैसी जगहों से भी हो सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि आप एचपीवी ट्रांसमिशन से बचने के लिए अपने हाथ साफ करते रहें और नाखूनों को साफ रखें।
मस्सा का इलाज - Warts Treatment In Hindi
मस्से के इलाज के लिए अपने देश में कई ट्रीटमेंट उपलब्ध हैं, जिनमें से निम्न मुख्य हैं -
1. क्रायोथेरेपी
इस प्रक्रिया में लिक्विड नाइट्रोजन को आपके मस्सा में इंजेक्ट करके फ्रीज [2] कर दिया जाता है। यह प्रक्रिया एक बार में पूरी नहीं होती है। यह ट्रीटमेंट दो से तीन हफ्तों में पूरा होता है।
2. सर्जिकल रिमूवल
यह एक ऐसा ट्रीटमेंट है, जिसे फिलीफॉर्म मस्सा को हटाने के लिए कराने की सलाह दी जाती है। आपका डॉक्टर एक स्कैल्पल का इस्तेमाल करके मस्सा को काटता है।
3. इलेक्ट्रोसर्जरी और क्युरेटिज
इस प्रक्रिया में इलेक्ट्रोक्यूटेराइजेशन (टिशू को गरम करने के लिए इलेक्ट्रिसिटी का प्रयोग) का इस्तेमाल करके आपकी स्किन में से मस्सा को हटा दिया जाता है। इन दो तकनीक का इस्तेमाल साथ में और अलग- अलग भी किया जाता है।
4. कैन्थेरिडिन
यह एक प्रोफेशनल ट्रीटमेंट है, जिसमें आपके चेहरे पर से मस्सा को हटा दिया जाता है। यह एक केमिकल है, जो ब्लिस्टर बनकर आपके मस्सा को कवर कर लेता है। आपका डॉक्टर कैन्थेरिडिन या इससे मिलता- जुलता कोई अन्य केमिकल आपके मस्सा पर लगाएगा और एक बार ब्लिस्टर बन जाए तो वह इसे हटाने में सक्षम हो पाता है।
5. इम्यूनोथेरेपी
जब कोई अन्य विकल्प काम नहीं करते हैं, तो डॉक्टर इम्यूनोथेरेपी कराने की सलाह दे सकते हैं। इस प्रक्रिया में, कई इंजेक्शन मस्सा में डाले जा सकते हैं, ताकि इम्यून सिस्टम प्रतिक्रिया करने के लिए स्टिमूलेट हो सके। साथ में टॉपिकल दवाइयां भी दी जा सकती हैं।
मस्सा के लिए कुछ घरेलू उपाय – Home Remedies For Warts In Hindi
सालों से कई ऐसे घरेलू उपाय चले आ रहे हैं, जिन्हें हमारी दादी और नानी अपनाती आई हैं। ये घरेलू उपाय कारगार भी साबित हुए हैं। मस्सा को हटाने के लिए यहां ऐसे ही कुछ घरेलू उपाय के बारे में बताया जा रहा है -
1. टी ट्री ऑइल से मस्सा जाए दूर – Get Rid Of warts With Tea Tree Oil
टी ट्री ऑइल में एंटी वायरल गुण [3] होते हैं, जो आपकी बॉडी के इम्यून सिस्टम के व्हाइट ब्लड सेल्स को एक्टिवेट करते हैं। एक स्टडी के अनुसार, जब टी ट्री ऑइल को मस्सा पर लगाते हैं, तो टी ट्री ऑइल इससे लड़ने के लिए व्हाइट ब्लड सेल्स को एक्टिवेट कर देता है।
ऐसे लाएं इस्तेमाल में
- एक हिस्से टी ट्री ऑइल को उसी के बराबर सैंडलवुड ऑइल के साथ मिला लें।
- अब इस मिश्रण को अपने मस्सा पर रोजाना दो बार लगाएं।
- ऐसा आप 12 हफ्तों तक रोजाना कर सकते हैं या तब तक जब तक कि मस्सा चला न जाए।
2. एलोवेरा से करें मस्सा का इलाज – Treat Warts With Aloe Vera
एलो वेरा जेल में मैलिक एसिड होता है, जो मस्सा के इलाज में प्रभावशाली है। इसका एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी बायोटिक गुण मस्सा के स्किन को सूखाने में अहम भूमिका निभाते हैं। जब इसे लहसुन के साथ मिलाया जाता है, तो यह कमाल कर देता है।
ऐसे लाएं इस्तेमाल में
- 2 से 3 चम्मच फ्रेश एलो वेरा जेल में लहसुन की एक या दो कलियां मिला दें।
- इस मिश्रण को मस्सा पर लगाएं।
- अब ऊपर से एक बैंड ऐड लगा दें।
- रात भर रहने दें।
- सुबह सादे पानी से साफ कर लें।
- इसे रोजाना 2 से 3 हफ्तों तक लगाएं।
3. बेकिंग सोडा से मस्से का इलाज – Wart Treatment With Baking Soda
बेकिंग सोडा का एंटी इंफ्लेमेट्री और एंटीसेप्टिक गुण मस्सा के इनफ्लेमेशन और दर्द को कम करने में सहायक हैं। इसमें एप्पल साइडर विनेगर मिला दें, तो यह दानेदार स्किन को ड्राई करके जला देता है। इस जलन से बचने के लिए इसमें कैस्टर ऑइल भी मिला देना चाहिए।
ऐसे लाएं इस्तेमाल में
- 1 चम्मच बेकिंग पाउडर, 1 चम्मच एप्पल साइडर विनगर और इतनी ही मात्रा में कैस्टर ऑइल को मिला लें।
- इस पेस्ट को मस्सा पर लगाएं।
- इसे डक्ट टेप से कवर कर लें और रात भर लगे रहने दें।
- सुबह सादे पानी से साफ कर लें।
4. नींबू के जूस से हटाएं मस्सा – Remove Wart With Lemon
लेमन में सिट्रिक एसिड होता है। यह मस्सा होने वाले वायरस को खत्म कर देता है। एक स्टडी के [4] अनुसार, लेमन जूस को फ्लैट मस्सा हटाने के लिए प्रभावशाली माना गया है। तब जब इसे छह हफ्तों से ज्यादा समय के लिए लगाया जाए। लेकिन कच्चे लेमन जूस को सीधे अपने चेहरे पर न लगाएं, क्योंकि इससे इरिटेशन हो सकती है।
कैसे लाएं इस्तेमाल में
- 2 चम्मच लेमन जूस लें और इसमें शहद की कुछ बूंदें डालें।
- अब आप इस मिश्रण को मस्सा पर लगा सकते हैं।
- इससे कोई इरिटेशन नहीं होगी।
5. हल्दी भगाए मस्सा – Turmeric Removes Warts
हल्दी में करक्यूमीन होता है, यह एक ऐसा कम्पाउन्ड है जिसमें एंटी वायरल गुण होते हैं। इसलिए यह मस्सा के खिलाफ बढ़िया तरीके से काम करता है।
ऐसे लाएं इस्तेमाल में
- ताजी हल्दी की जड़ को लें और इसमें ऑलिव ऑइल को मिला लें।
- अब इस पेस्ट को अपने मस्सा पर लगा लें।
- बैंडेज से रात भर बांध लें।
- सुबह धो लें।
- कुछ दिनों तक रोजाना ऐसा करने से आपका मस्सा निकल जाएगा।
मस्सा हटाने के बाद सावधानियां – Things To Do After Wart Removal
अगर आपने अपना मस्सा हटा लिया है, तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए –
- डॉक्टर द्वारा बताए अनुसार, दिन में कम से कम दो बार उस जगह को धोएं।
- डॉक्टर ने जो दवा या ऑइन्टमेन्ट बताई है, उसे जरूर लगाएं।
- किसी भी तरह की परेशानी या चोट से बचने के लिए वहां बैंडेज लगा कर रखें।
- गंदे या बिना धोए हाथों से वहां न छूए।
मस्सा से बचाव – Prevention Tips For Warts In Hindi
मस्सा आपकी स्किन पर न हो, इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए –
- किसी अन्य के मस्सा को बिल्कुल न टच करें।
- अपनी व्यक्तिगत चीजें उन लोगों के साथ बिल्कुल न शेयर करें, जिन्हें मस्सा हो।
- अपने मस्सा को बैंडेज से कवर रखने की कोशिश करें।
- यदि आपकी उंगली पर मस्सा है, तो अपने नाखूनों को दांत से काटे नहीं।
- अपने मस्सा पर खुजली न करें।
- यदि आपकी स्किन कट गई है या कहीं चोट लग गई है, तो इसे जितनी जल्दी संभव हो, ठीक करने की कोशिश करें। एक खुली चोट से मस्सा होने का खतरा बना रहता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल - FAQs
1. गर्दन पर मस्से होने से क्या होता है? - What Happens If You Have Warts On Your Neck?
मस्सा आपकी स्किन पर कहीं भी हो सकता है। चेहरा, गर्दन, बाजू और पैर पर मस्सा होना एक आम बात है और परेशानी का विषय बिलकुल नहीं है।
2. क्या मस्सा खतरनाक है?- Are Warts Dangerous?
मस्सा खतरनाक नहीं होते हैं। अधिकतर मामलों में ये अपने आप खत्म हो जाते हैं, भले ही इन्हें जाने में महीने लगे या साल!
3. क्या मस्सा एक छेद छोड़ते हैं? - Do Warts Leave A Hole?
अगर आप मस्सा का इलाज करवाते हैं, तो संभव है कि वहाँ एक छेद रह जाए। लेकिन ये छेद लगभग 2 सप्ताह में ठीक हो जाते हैं।
निष्कर्ष - Conclusion
मस्सा बिना किसी खतरे के स्किन ग्रोथ हैं, जो किसी भी उम्र में हो सकते हैं। ये अमूमन बच्चों या उन लोगों को होते हैं, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। मस्सा अपने आप चले जाते हैं, लेकिन मेडिकल ट्रीटमेंट और घरेलू उपायों से आपको प्रभावशाली और तेज गति से इनका इलाज मिल सकता है।
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